G-KPL17TQEZ3
भिमणीपुत्र बापू… | Gaurav Prakashan
Skip to content गोर साहित्येरो | हिरा भिम्णीपुत्र
सबेरे सन्मित्र | बापू एकं
नानक्या मोठेरो | सेरोचं सोबती
साहित्येनं गती | देरे बापू
समाजेरी जाणं |लखणीरो मंत्र
शांततारो तंत्र | जाणं बापू
कुणसोचं क्षेत्र | छुटो कोनी कती
नसाबी विशेष | संस्कृती संकेत
क्रांतिसिंह सेवा | दास तोडावाळो
तुकारी मारनं | गोरुनं बलायो
गोरीपान भाषा | सौंदर्येर बोली
मिठी लागं पोळी | बापू तारी
मारोणी सिडचं | लावणं पिवशी
दिनो खुशी खुशी | बापू सेनं
कळी कोनी केनी | वातं वो मनेरी
मुंगारे मोलारी | बापू तारी
गोरमाटी बोली | भाषा आविष्कार
बापूरो जिवडा | गचपं बेसेनी
कठिण कामेमं | याडी दिनी साथं
शेवंता याडीरो | शेवंती सुगंध
जलम दनेरी | बापूनं शुभेच्छा
खूब मळं आयु | गोर सेवा घडं
बापूनं जलमदनेर मंगलमय आभाळभर शुभेच्छा..!
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